लखनऊ, 27 जुलाई। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 'कारगिल विजय दिवस' के अवसर पर यहां 'कारगिल शहीद स्मृति वाटिका' में आयोजित कार्यक्रम में कारगिल युद्ध के शहीदों व काकोरी काण्ड में भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारीजनों को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी ने 'कारगिल शहीद स्मृति वाटिका' में स्थापित कारगिल युद्ध में शहीद सैनिकों की प्रतिमाओं पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कारगिल शहीदों को नमन करते हुए राज्यपाल राम नाईक जी ने इस अवसर पर कहा कि कारगिल विजय ने भारतीय सेना की श्रेष्ठता सिद्ध की। वर्तमान में युद्ध का स्वरूप बदलता जा रहा है। इसके दृष्टिगत हमारे सैनिकों को हर समय सजग रहना होगा। उत्तर प्रदेश अब तेजी से सर्वाेत्तम प्रदेश बनने की राह पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री जी को मध्य कमान, लखनऊ में स्थापित 'कारगिल स्मृतिका' को जनपद के पर्यटक नक्शे में शामिल करने का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि इससे सेना और नागरिकों के बीच संवाद बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कारगिल शहीदों सहित देश के लिए बलिदान होने वाले सभी वीर सपूतों को नमन करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में विजय ने विश्व में भारतीय सेना की बहादुरी की मिसाल स्थापित की। देश की रक्षा के लिए सदैव सजग और तत्पर रहने वाली भारतीय सेना की इस विजय ने पूरी दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया है। वर्ष 1999 में कारगिल में भारतीय सैनिकों ने विपरीत परिस्थितियों और दुर्गम क्षेत्रों में युद्ध कर सफलता प्राप्त की है। 'कारगिल विजय दिवस' भारतीय सैनिकों के शौर्य और पराक्रम की स्मृति का दिन है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे बहादुर सेना है। वर्ष 1948, 1962, 1965, 1971 और 1999 के युद्धों में अपने पराक्रम से भारतीय सेना ने यह साबित किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी राष्ट्रीय संकट के समय पूरा भारत देश जाति, क्षेत्र, भाषा आदि से परे होकर एकता की मिसाल बनता रहा है। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पूरे देश की 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की एक ही भाव भंगिमा देखने को मिली थी। हमारे सैनिक सर्दी, गर्मी, बरसात सभी ऋतुओं में राष्ट्र की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। सभी भारतवासियों को देश के सैनिकों के प्रति यथा सम्भव योगदान हेतु तत्पर रहना चाहिए।
कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर नगर निगम, लखनऊ द्वारा आयोजित किए जाने वाले कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम को नगर निगम द्वारा आयोजित किया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ आयोजन बताया। लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि शहीद का बलिदान देश को संजीवनी देता है। देशवासियों के सुखद कल के लिए शहीदों ने अपना जीवन बलिदान किया है। लखनऊ नगर निगम शहीद परिवारों के साथ है। शहीद के घर के सामने की सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा।
कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में शहीद परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पाण्डेय, लान्सनायक केवलानन्द द्विवेदी, रायफलमैन सुनील जंग, मेजर रितेश शर्मा तथा काकोरी काण्ड में भूमिका निभाने वाले श्री शचीन्द्र नाथ बक्शी, श्री ठाकुर रोशन सिंह, श्री रामकृष्ण खत्री एवं श्री अशफाकउल्ला खां के परिवारीजनों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अमीनाबाद इण्टर काॅलेज के छात्रों एवं कश्मीरी मुहल्ला गल्र्स इण्टर काॅलेज की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा, विधायक डाॅ0 नीरज बोरा, अन्य जनप्रतिनिधिगण, सूचना निदेशक शिशिर सहित वरिष्ठ अधिकारीगण, शहीदों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारीजन, अन्य गणमान्य नागरिक व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
लखनऊ ‘कारगिल स्मृतिका’ को पर्यटक नक्शे में योगी ने शामिल करने का सुझाव दिया
- 'कारगिल विजय दिवस' भारतीय सैनिकों के शौर्य और पराक्रम की स्मृति का दिन : मुख्यमंत्री
- भारतीय सेना दुनिया की सबसे बहादुर सेना