लखनऊ। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ''गोपाल जी'' एवं प्रमुख सचिव, नगर विकास विभाग तथा महापौर नगर निगम, गोरखपुर की उपस्थिति में परियोजना निदेशक, राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, प्रबन्ध निदेशक, उप्र जल निगम, नगर आयुक्त, नगर निगम, गोरखपुर क्षेत्र (गोरखपुर, अयोध्या एवं सुल्तानपुर) सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट व इनसे जुड़े समस्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के 10 वर्षीय दीर्घकालिक रख-रखाव, संचालन एवं प्रबन्धन हेतु अनुबन्ध पर हस्ताक्षर किए गए। गोरखपुर हेतु अनुबंध की धनराशि प्रतिवर्ष 13.32 करोड़ ₹ है।
इस अवसर पर श्री टंडन ने कहा कि प्रदेश में स्थापित एस.टी.पी. के संचालन की स्थिति के दृष्टिगत नगर विकास विभाग का यह दृढ़ मत है कि एस.टी.पी. व इनसे जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर का दीर्घकालिक रख-रखाव, संचालन एवं प्रबन्धन आउटर्साेसिंग के माध्यम से इस क्षेत्र में स्थापित प्रतिष्ठित व दक्ष कम्पनियों के माध्यम से कराया जाना चाहिए। यह कार्य उप्र जल निगम, जल संस्थान व नगर निगम द्वारा भी स्थानीय ठेकेदारों के माध्यम से कराया जाता है। परन्तु उनमें ना तो पूरे सिस्टम का इन्टीग्रेटेड तरीके से रख-रखाव व संचालन की व्यवस्था की जाती है, और न ही दक्ष कम्पनियों को लगाया जाता है। इस कार्य में बिना पूर्ण सुरक्षा के अप्रशिक्षित श्रमिकों को लगाया जाता है जिससे दुर्घटनाये और कभी कभी जनहानि भी होती रहती है। इससे जहां एक ओर शासकीय धन भी व्यय होता है वही व्यय धन के सापेक्ष वाछित प्रतिफल नहीं मिल पाता है।