लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संवाद और समन्वय से सभी क्षेत्रों में बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। राज्य व जनपद स्तर पर शासन-प्रशासन और बैंकों के मध्य बेहतर संवाद और समन्वय से बैंकों से सम्बन्धित घटनाओं और दुर्घटनाओं को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सकता है। बैंक से सम्बन्धित अपराध के मामलों में सतर्कता बहुत मायने रखती है। पारस्परिक समन्वय और प्रभावी सतर्कता से बैंकिंग व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत राज्य स्तरीय सुरक्षा कमेटी (बैंकिंग) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। बैठक में रिजर्व बैंक आफ इण्डिया के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि राज्य में सामान्य सुरक्षा के वातावरण में व्यापक सुधार आया है। इसके बावजूद होने वाली घटनाओं की तह में जाने पर विभिन्न संस्थाओं की लापरवाही सामने आती है। यह राज्य स्तरीय बैठक इसीलिए आहूत की गई है कि वह स्वयं बैंकों के पदाधिकारियों से सतर्कता के साथ सुरक्षा सम्बन्धी दायित्वों के निर्वहन की अपील कर सकें और बैंकिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान समय में साइबर क्राइम बड़ी चुनौती बन गया है। राज्य सरकार द्वारा लखनऊ और नोएडा में 2 साइबर थाने स्थापित किए गए हैं। प्रदेश की सभी 18 रेंज में एक-एक साइबर थाना स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए टेनिंग आदि की कार्रवाई संचालित है। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी भी इस ट्रेनिंग से जुड़ेंगे तो बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बैंक शाखाओं सहित सभी बैंकिंग प्रतिष्ठानों में उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाने चाहिए। साथ ही, डीवीआर की सुरक्षा के भी प्रबन्ध होने चाहिए। केवल बैंकिंग प्रतिष्ठानों के आसपास ही नहीं, बल्कि संवाद बनाकर आसपास के स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाने चाहिए, जिससे बैंकिंग प्रतिष्ठानों के आसपास की गतिविधि पर भी नजर रखी जा सके। बैंक अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी में दिखने वाली संदेहास्पद गतिविधियों को पुलिस प्रशासन के साथ शेयर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर लीड बैंक के पदाधिकारियों को प्रशासन के साथ नियमित बैठकें करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में बैंकों के ग्राहक सेवा केन्द्र को ग्राम सचिवालय, चैराहों के आसपास, अच्छे प्रतिष्ठानों, जहां सुरक्षा का बेहतर वातावरण हो, स्थापित किया जाना चाहिए। ग्राहक सेवा केन्द्रों से भी अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने और अपनी व्यवस्था बनाने के लिए कहा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्राम पंचायतों तक बेहतर इण्टरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए कार्यवाही की जा रही है।
बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय बैंकिंग कमेटी (सुरक्षा) की बैठक सम्पन्न हो रही है। प्रदेश के विकास में बैंकों का बड़ा सहयोग है। राज्य सरकार के सबसे पहले निर्णय, किसानों की कर्जमाफी को बैंकों के सहयोग से प्रभावी ढंग से लागू किया गया है।
बैठक में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने राज्य पुलिस द्वारा बैंकों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों तथा बैंकों द्वारा अपनी सुरक्षा के सम्बन्ध में अपनायी जाने वाली सावधानियों के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंकिंग संस्थानों में होने वाली घटनाओं में कमी आयी है। पुलिस का रिस्पाॅन्स प्रोएक्टिव एवं प्रूडेंटिव हुआ है। '112' का रिस्पाॅन्स टाइम 23 मिनट से कम करके 10 मिनट किया गया है। पुलिस पेट्रोल में बैंकिंग संस्थानों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
आरबीआई के रीजनल डायरेक्टर लक्ष्मीकांत राव ने राज्य पुलिस की तकनीकी पहल की तारीफ की। आरबीआई के चीफ जनरल मैनेजर आरके मोहंती ने बैंकिंग संस्थानों की सुरक्षा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका व्यापक प्रभाव होगा। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा की गई पहल को ग्राउण्ड लेवेल तक पहुंचाने के लिए उपस्थित बैंक प्रतिनिधियों से अनुरोध किया। बैठक में सेण्ट्रल सिक्योरिटी सेल के सिक्योरिटी एडवाइजर केपी रघुवंशी सहित अन्य बैंक प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल सहित शासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा बैंक प्रतिनिधि उपस्थित थे।