- सर्वोच्च अदालत ने संतुलित और स्वीकार्य फैसला दिया : भाकपा
- अयोध्या फैसले पर भाकपा उत्तर प्रदेश ने जारी किया बयान
लखनऊ, 10 नवंबर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मण्डल ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय जिसे कि संविधान द्वारा विवाद निस्तारण की सर्वोच्च संस्था का दर्जा दिया है, ने लंबे समय से लंबित अयोध्या विवाद पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले से दशकों से लंबित एक कानूनी विवाद का पटाक्षेप हो गया है।
सभी आस्थाओं को समान बताते हुये सम्मानित सर्वोच्च अदालत ने यह संतुलित और स्वीकार्य फैसला दिया है। इसे नीति, न्याय और धर्मनिरपेक्षता के व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिये। इसे किसी भी पार्टी, पक्ष और वादी की जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिये। किसी को भी भड़कावे की किसी भी कार्यवाही से बचना चाहिये।
भाकपा उत्तर प्रदेश रेखांकित करती है कि फैसला आने के बाद पूरा दिन बीत जाने के बाद देश और प्रदेश से किसी अप्रिय वारदात की कोई सूचना नहीं मिली है। यह मेल मिलाप की हमारी साझा विरासत और सन्स्क्रति की देन है। पार्टी सभी से अपील करती है कि वे आगे भी शांति और सद्भाव बनाये रखें।
भाकपा फैसले का गहनता से अध्ययन करेगी और भविष्य में उसके प्रभावों पर विचार करेगी।