लखनऊ, 15 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहरों में रहने वाली जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नगरों का सतत एवं समग्र विकास आवश्यक है। उन्हांने नगरीय परिवहन संसाधनों के बेहतर विकास पर बल दिया है। उन्हांने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी देश की शहरी आबादी को बेहतर परिवहन सुविधा एवं प्रदूषण रहित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में '12वीं अर्बन मोबिलिटी इण्डिया (यूएमआई) काॅन्फ्रेंस एवं एक्सपो' के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहरी जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में यह कॉन्फ्रेंस महत्वपूर्ण साबित होगी। उत्तर प्रदेश के लिए इस प्रकार के आयोजन और अधिक महत्व रखते हैं, क्योंकि राज्य के शहरी निकायों में प्रदेश की 23 प्रतिशत आबादी निवास करती है। उनको बेहतर सुविधाएं दिलाना वर्तमान राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 17 नगर निगम हैं, जिनमें 10 नगर निगम केन्द्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित हैं। शेष 07 नगर निगम को प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार मेट्रो को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। आज मेट्रो रेल शहरी जीवन की लाइफ-लाइन बन गयी है। लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के उत्तर-दक्षिण काॅरिडोर को रिकाॅर्ड समय में पूरा किया गया। आज ही कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास भी किया जा रहा है। प्रदेश के 06 अन्य शहरों में भी मेट्रो रेल परियोजना या मेट्रो लाइट की शुरुआत की जाएगी। इनमें आगरा, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर व झांसी शहर शामिल हैं। इन सभी की डीपीआर तैयार की जा रही है। शीघ्र ही यहां पर मेट्रो का काम दिखायी देने लगेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज वातावरण बहुत प्रदूषित हो गया है। विगत दिनों पूरे देश में स्माॅग के खतरे दिखायी दे रहे थे। युवा पीढ़ी को बेहतर भविष्य देने के लिए आवश्यक है कि उन्हें प्रदूषण मुक्त वातावरण उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि परिवहन के लिए ऐसी तकनीक विकसित करें, जो प्रदूषण रहित और सर्वसुलभ हो। राज्य सरकार द्वारा 'उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मैन्युफैक्चरिंग एण्ड मोबिलिटी पाॅलिसी-2019' तैयार की गयी है, जिससे आमजन को बेहतर परिवहन सुविधाएं मिल सकें। देश में विद्युत चालित वाहनों के सबसे अधिक उपभोक्ता उत्तर प्रदेश में हैं। आज आवश्यकता इस बात की है कि लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लाभ के विषय में अवगत कराया जाए।
केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शहरी लोगों को बेहतर सुविधाएं देने में उत्तर प्रदेश ने काफी अच्छा कार्य किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि लोगों को बेहतर प्रदूषण मुक्त परिवहन सुविधाएं दी जाएं, जिससे हम स्वस्थ वातावरण का निर्माण कर सकें।
कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुस्तिका 'स्टैण्डर्ड स्पेशिफिकेशन्स आफ लाइट अर्बन रेल ट्रांजिट सिस्टम मेट्रो लाइट' का विमोचन किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अपर सचिव के. संजय मूर्ति ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
ज्ञातव्य है कि तीन दिवसीय '12वीं अर्बन मोबिलिटी इण्डिया काॅन्फ्रेंस एवं एक्सपो' दिनांक 15 से 17 नवम्बर तक आयोजित की जाएगी, जिसका विषय 'सुगम्य एवं रहने योग्य शहर' है। इस अवसर पर प्रदेश के आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव, मुख्य सचिव आरके तिवारी, केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह, विश्व बैंक के पूर्व वरिष्ठ निदेशक, परिवहन एवं आईसीटी जोज़ लुइस इरिगोयन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार मेट्रो को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। आज मेट्रो रेल शहरी जीवन की लाइफ-लाइन बन गयी है। लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के उत्तर-दक्षिण काॅरिडोर को रिकाॅर्ड समय में पूरा किया गया। आज ही कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास भी किया जा रहा है। प्रदेश के 06 अन्य शहरों में भी मेट्रो रेल परियोजना या मेट्रो लाइट की शुरुआत की जाएगी। इनमें आगरा, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर व झांसी शहर शामिल हैं। इन सभी की डीपीआर तैयार की जा रही है। शीघ्र ही यहां पर मेट्रो का काम दिखायी देने लगेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज वातावरण बहुत प्रदूषित हो गया है। विगत दिनों पूरे देश में स्माॅग के खतरे दिखायी दे रहे थे। युवा पीढ़ी को बेहतर भविष्य देने के लिए आवश्यक है कि उन्हें प्रदूषण मुक्त वातावरण उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि परिवहन के लिए ऐसी तकनीक विकसित करें, जो प्रदूषण रहित और सर्वसुलभ हो। राज्य सरकार द्वारा 'उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मैन्युफैक्चरिंग एण्ड मोबिलिटी पाॅलिसी-2019' तैयार की गयी है, जिससे आमजन को बेहतर परिवहन सुविधाएं मिल सकें। देश में विद्युत चालित वाहनों के सबसे अधिक उपभोक्ता उत्तर प्रदेश में हैं। आज आवश्यकता इस बात की है कि लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लाभ के विषय में अवगत कराया जाए।
केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शहरी लोगों को बेहतर सुविधाएं देने में उत्तर प्रदेश ने काफी अच्छा कार्य किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि लोगों को बेहतर प्रदूषण मुक्त परिवहन सुविधाएं दी जाएं, जिससे हम स्वस्थ वातावरण का निर्माण कर सकें।
कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुस्तिका 'स्टैण्डर्ड स्पेशिफिकेशन्स आफ लाइट अर्बन रेल ट्रांजिट सिस्टम मेट्रो लाइट' का विमोचन किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अपर सचिव के. संजय मूर्ति ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
ज्ञातव्य है कि तीन दिवसीय '12वीं अर्बन मोबिलिटी इण्डिया काॅन्फ्रेंस एवं एक्सपो' दिनांक 15 से 17 नवम्बर तक आयोजित की जाएगी, जिसका विषय 'सुगम्य एवं रहने योग्य शहर' है। इस अवसर पर प्रदेश के आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव, मुख्य सचिव आरके तिवारी, केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह, विश्व बैंक के पूर्व वरिष्ठ निदेशक, परिवहन एवं आईसीटी जोज़ लुइस इरिगोयन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।