लखनऊ। उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक डाॅ. रोशन जैकब ने कहा है कि अब प्रदेश के विभिन्न जनपदों में उप खनिज गिट्टी/बोल्डर के परिवहन का नियमित निरीक्षण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जांच कर यह सुनिश्चित भी किया जायेगा कि किसी भी दशा में निर्धारित जनपदों से वैध ई.-एमएम-11 के बिना उप खनिज गिट्टी तथा बोल्डर के वाहनों का परिवहन तो नहीं किया जा रहा है।
डाॅ. जैकब ने प्रयागराज, मीरजापुर, सोनभद्र, चित्रकूट, बांदा, महोबा, झांसी, ललितपुर तथा आगरा के खनन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे गिट्टी/बोल्डर के परिवहन का नियमित रुप से निरीक्षण/जांच सुनिश्चित करें। यदि वैध ई.-एमएम-11 के बिना वाहन पकड़े जाते हैं तो संबंधित खनन अधिकारी/खनन निरीक्षक के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
खनिकर्म निदेशक ने कहा कि जन प्रतिनिधियों, प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक चैनल्स के माध्यम से उनके संज्ञान में आया है कि क्रेशर प्लांटों से उप खनिज गिट्टी/बोल्डर का परिवहन अनियमित रुप से हो रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा भी आवश्यक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि अवैध परिवहन से इन जनपदों में पूर्व वित्तीय वर्ष के सापेक्ष वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्राप्त होने वाले राजस्व में प्रत्येक माह कमी हो रही है। वित्तीय वर्ष 2019-20 हेतु निर्धारित वार्षिक लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति हेतु शासन स्तर से कड़े निर्देश दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष अब समाप्ति की ओर है परन्तु निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्त राजस्व मानक से काफी कम है। इससे स्पष्ट है कि लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में खनन अधिकारी/खनन निरीक्षकों द्वारा अपेक्षित प्रयास नहीं किया जा रहा है जो उनके दायित्वों एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीनता का द्योतक है।
डाॅ. जैकब ने खनन अधिकारी/खनन निरीक्षकों को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया है कि वे राजस्व प्राप्ति के लक्ष्यों के पूर्ति के साथ ही अवैध खनिज/उपखनिजों के परिवहन पर अंकुश लगाएं और नियमित रुप से निरीक्षण आदि की कार्यवाही सुनिश्चित करें।