नगर निगम व डूडा से संचालित 23 स्थायी शेल्टर होम
नगर निगम व डूडा के सहयोग से शहर में 23 शेल्टर होम संचालित होते हैं। इनमें से नौ शेल्टर होम नगर निगम संचालित करता है। डूडा से इनका संचालन निजी संस्थाओं के जरिए कराया जा रहा है। यहां 1910 श्रमिकों के ठहरने की क्षमता है। हालांकि जियामऊ, जानकीपुरम आदि कुछ बेहतर शेल्टर होम में शहर किसी काम के लिए आने वाले लोग अथवा जनता दरबार में आने वाले भी रात गुजार रहे हैं। जोन एक में 7, जोन दो में 5, जोन तीन में 3, जोन चार में 1, जोन पांच में 1, जोन छह में 1, जोन सात में 4 व जोन आठ में 1 शेल्टर होम है। नगर निगम के अधिकारी ने बताया ठंड से बचाव के लिए संस्थाओं की मदद से अस्थायी रैन बसेरे भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिन स्थानों पर स्थायी शेल्टर होम नहीं हैं अथवा जहां श्रमिकों की संख्या ज्यादा है, वहां अस्थायी रैन बसेरे बनाकर कम्बल व अलाव की व्यवस्था की जाएगी। स्थायी शेल्टर होम में पेयजल, रसोई, स्नानघर, शौचालय, बिजली के साथ ही बेड, तख्त, रजाई व कम्बल की व्यवस्था है। इनकी निगरानी के लिए अधिकारियों व इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई गई है।
यहां बने हैं स्थायी शेल्टर होम
लक्ष्मण मेला मैदान, नबीउल्लाह रोड, अमीनाबाद झंडेवाला पार्क, जियामऊ प्राइमरी पाठशाला, चकबस्त रोड, कानपुर रोड पर पुरानी चुुंगी, जलालपुर मिल रोड, मिल रोड स्थित करेहटा स्टोर, लाटूश रोड चुंगी चौकी, जोन-2 में संत सुदर्शनपुरी, इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे जानकीपुरम स्थित गैंगहट, ताड़ीखाना रेलवे क्रासिंग के पास, डालीगंज यूनानी अस्पताल, पंचायत भवन चिनहट, मां काशीराम स्मारक के पीछे स्टोर पर रैन बसेरा, सआदतगंज कल्याण मंडप, इंदिरा नगर सी ब्लाक स्थित गैंगहट, देवा रोड पर नहर पुलिया के पास, अमराई गांव में धनुषयज्ञ, खरिका में नगर निगम भवन।
नगर निगम व डूडा से संचालित 23 स्थायी शेल्टर होम