- लॉकडाउन के दूसरे चरण का सख्ती से होगा पालन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक होगी कार्यवाही
- 20 अप्रैल से शर्तों के साथ कुछ सेक्टरों को मिलेगी काम करने की छूट
- हाइवे, स्टेट हाइवे, मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए मिल सकती है सशर्त छूट
- मुरादाबाद में मेडिकल टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ लगा एनएसए
-फसलों की खरीद के लिए उत्तर प्रदेश में बने पांच हज़ार क्रय केंद्र
- प्रदेश में ऑनलाइन एजुकेशन का स्थाई मॉडल बनाने का निर्देश
- प्रदेश में अबतक 727 केस, 55 पूरी तरह से स्वस्थ्य, कोरोना से 11 की मौत
- कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्चिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ। कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को संयुक्त रूप से यहां लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के दूसरे चरण का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के आधार पर कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद में हुई घटना के आरोपियों के खिलाफ एनएसए के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही लॉकडाउन का सख्ती व गंभीरता से पालन करने के लिए प्रदेशवासियों से अपील की है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को टीम 11 के सदस्यों के साथ बैठक कर कई निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन के दूसरे चरण संबंध में जारी की गई गाइड लाइन का सख्ती से पालन करना होगा। इसी गाइड लाइन के आधार पर उत्तर प्रदेश में 20 अप्रैल से बड़े निर्माण कार्यों को कतिपय शर्तों के आधार पर स्वीकृति मिलेगी। इन निर्माण कार्यों में हाइवे, स्टेट हाइवे, हाउसिंग सोसायटी, मेडिकल कॉले और सड़क आदि का निर्माण कार्य शामिल है। इससे प्रदेश के कामगार व मजदूर वर्ग को राहत मिलेगी।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद की घटना का संज्ञान लेते हुए कहा है कि मेडिकल टीम पर हमला करना अक्षम्य अपराध है। ऐसे दोषियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा एनएसए के तहत कार्यवाही की जाएगी। इतना ही नहीं सीएम योगी ने दोषी व्यक्तियों द्वारा की गई राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी उन्हीं से सख्ती से कराने का भी निर्देश दिया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि वर्तमान में फसल कटाई का सीजन चल रहा है। इसके लिए शासन स्तर पर सभी तैयारियां पूरी करते हुए प्रदेश में लगभग 5 हजार क्रय केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रो से गेहूं क्रय का कार्य शुरू कर दिया गया है। मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग का गंभीरता से पालन कराने का निर्देश पहले ही दिया गया है। फसलों को बाजार व मंडियों तक लाने ले जाने में किसानों को कोई परेशानी ना हो। इसके लिए सीएम योगी ने निर्देश दिया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन में प्रदेश के छात्रों का पठन पाठन प्रभावित ना हो इस पर विशेष ध्यान दिया है। सीएम योगी ने ऑनलाइन एजुकेशन का स्थाई मॉडल बनाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। उन्होंने ने उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, वोकेशनल एजुकेशन और मेडिकल एजुकेशन विभाग के प्रमुख सचिवों को निर्देश दिया है कि प्रदेश में ऑनलाइन एजुकेशन को बढावा दिया जाए। इस अवसर पर अधिकारियों ने सीएम योगी को बताया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 31939 ई-कंटेंट तैयार कर लिया गया है। जिसका उपयोग 2 लाख 29 हजार छात्र कर रहे हैं। इतना ही नहीं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ही अबतक 75 हजार 925 ऑनलाइन क्लासेस को 55046 फैकल्टी के माध्यम से संपन्न कराया गया है। बड़ी बात यह है कि उच्च शिक्षा के करीब 80 हजार छात्र प्रतिदिन ऑनलाइन एजुकेशन का लाभ उठा रहे हैं।
इसी प्रकार प्राविधिक व व्यवसायिक शिक्षा में भी ऑनलाइन एजुकेशन का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्राविधिक शिक्षा में भी 2776 घंटे का ई-कंटेंट उपलब्ध कराया गया है। जिसमें 9 हजार शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं 2 लाख 6 हजार 305 छात्रों ने ऑनलाइन पाठ्यक्रम में भाग लिया है। इसी प्रकार व्यवसायिक शिक्षा के तहत आईटीआई के 70 सेक्टरों में 5 लाख छात्र ई प्लेटफार्म में आकर शिक्षा का लाभ ले रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश में अब चिकित्सा की आपात कालीन सेवा शुरू करने के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके अलावा एमबीबीएस व नर्सिंग के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को भी चिकित्सा सेवा में लगाने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है। जिससे प्रदेश के चिकित्सा क्षेत्र को बड़ी संख्या में अतिरिक्त यूथ मैनपॉवर का लाभ मिलेगा।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अबतक 15 जिलों में हॉटस्पॉट बनाए गए हैं। अब इनकी संख्या बढ़ गई है। 15 जिलों के अलग अलग थानों के अंतर्गत 173 हॉटस्पॉट एरिया को चिन्हित कर लिया गया है। इस एरिया में 10 लाख 43 हजार 182 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हॉटस्पॉट्स से कोरोना पॉजिटिव के 500 केस सामने आए हैं।
- प्रदेश में अब तक 727 केस, 55 पूरी तरह से स्वस्थ्य : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 727 केस सामने आए हैं। उपचार के बाद 727 में से 55 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। जबकि 11 मरीजों की मौत हुई है, उन्होंने बताया कि मृतक पहले से ही किसी ना किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। प्रदेश के 44 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग की संख्या में इजाफा करते हुए मंगलवार को 2433 सैंपलों की टेस्टिंग की गई है। वर्तमान में संदिग्ध व सर्विलांस के आधार पर 10661 लोगों को क्वारंटीन में रखा गया है। ये ऐसे लोग हैं कि जो किसी ना किसी तरह कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आ गए थे।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि अबतक कोरोना पॉजिटिव केसों में 0 से 20 वर्ष वर्ग के 17 प्रतिशत, 21 से 40 वर्ष उम्र वर्ग के 46.5 प्रतिशत, 41 से 60 वर्ष उम्र वर्ग के 26 प्रतिशत और 60 से अधिक उम्र के 10.5 प्रतिशत लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हर जनपद के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जहां कोरोना का एक भी केस ना हो तो भी 20 सैंपल हर रोज टेस्ट के लिए दें। वहीं जहां कोरोना के अधिक केस हैं, हॉटस्पॉट अधिक हैं, वहां से हर रोज 200 सैंपल टेस्ट के लिए भेजने का निर्देश दिया गया है।