• प्रवासी श्रमिकों को मजबूत कर प्रदेश का विकास संभव: सीएम योगी
• फिर बना रिकार्ड, यूपी के लिए सर्वाधिक 1154 ट्रेन चलाई गई
• 1 मार्च से अबतक 20 लाख प्रवासी श्रमिक यूपी पहुंचे
• यूपी में कोरोना मरीजों के लिए 78 हजार से अधिक बेड उपलब्ध
• प्रदेश में 2130 एक्टिव केस; ठीक होकर घर जाने वालों की संख्या हुई 3099
• कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
21 मई,लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बीते 1 मार्च से अबतक करीब 20 लाख प्रवासी श्रमिक प्रदेश में वापस आए हैं। ये लोग उत्तर प्रदेश की संपदा हैं। इनके बल पर अब प्रदेश का विकास और तेज होगा। जब ये लोग आर्थिक रूप से मजबूत होंगे तब प्रदेश अपने आप विकसित होने लगा। इसके लिए यूपी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। यह जानकारी गुरूवार को लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी।
अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि गुरूवार को टीम 11 के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया प्रदेश में एक्टिव केस से अधिक ठीक होकर घर जाने वालों की संख्या हैं। वर्तमान में 2130 केस ही एक्टिव हैं जबकि 3099 लोग ठीक होकर घर चले गए हैं। फिर भी हमें सतर्क व सुरक्षित रहते हुए बचाव करना है। हमारा निरंतर प्रयास है कि प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था अधिक से अधिक मजबूत बने। जिससे आने वाले प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के अलावा प्रदेश के हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि सीएम योगी ने निर्देश दिया कि जनपद स्तर हर व्यक्ति को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाया जाए। हर व्यक्ति को जनपद स्तर पर ही उसके इलाज के अनुसार एल—1, एल—2 और एल—3 अस्पतालों की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के निर्देशों का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एल—1, एल—2 और एल—3 अस्पतालों में बेड्स की संख्या में बड़ा इजाफा किया है। अब इन अस्पतालों को 78 हजार से अधिक बेड्स से लैस कर दिया गया है। आने वाले दिनों में इसे एक लाख तक करने का प्रयास किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से आने वाले सभी लोगों और इन लोगों के परिजनों से अपील की है कि ये लोग खुद आगे आकर अपने स्वास्थ्य के विषय में जानकारी दें। जिससे उनका इलाज सही समय पर शुरू किया जा सके। सीएम योगी ने इसके लिए ग्राम प्रधानों को भी विशेष रूप से जागरूक रहने का आह्वाहन किया है। उन्होंने बताया कि भारी संख्या में प्रवासियों के आने के कारण ही सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग की टेस्टिंग क्षमता को और बढ़ाने का निर्देश देते हुए इसे प्रतिदिन 10 हजार सैंपल टेस्ट करने को कहा है। हालांकि विभाग द्वारा लगभग 7 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अबतक गुजरात से 355, महाराष्ट्र से 181, पंजाब से 144, राजस्थान से 28, दिल्ली से 36, कर्नाटक से 33 ट्रेन सहित कुल 1154 ट्रेनों की व्यवस्था की गई। इनमें से 841 ट्रेन आ गई हैं जबकि 313 आ रही हैं या फिर एक दो दिनों में पहुंचेंगी। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों के माध्यम से अबतक उत्तर प्रदेश में 15 लाख 27 हजार लोगों ने वापसी की है। अब दूसरे चरण में हरियाणा से 3982 बसों से 1 लाख 35 हजार, राजस्थान से 355 बसों से 13224 और मध्यप्रदेश से 1350 बसों से 49 हजार लोगों को लाया गया है। उन्होंने बताया कि 1 मार्च से अबतक 20 लाख लोग यूपी में आये हैं।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली से भी हर रोज 11 ट्रेनों को चलाया जा रहा है। जिसे भी दिल्ली से आना है वो स्थानीय प्रशासन से संपर्क करे। संपर्क कर उनके निर्देशों का पालन करें। ऐसे में किसी को भी परेशानी नहीं होगी।
प्रदेश में अबतक 2130 एक्टिव केस, 3099 मरीज हुए स्वस्थ्य: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में 11 मई से ही प्रदेश में एक्टिव केस कम है और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि वर्ममान में 2130 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 3099 पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। हालांकि अबतक 127 लोगों की मौत भी हुई है। उन्होंने बताया कि बुधवार को 6740 सैंपलों की टेस्टिंग की गई। उन्होंने बताया कि बुधवार को 5—5 सैंपलों के 772 पूल और 10—10 सैंपलों के 65 पूल टेस्ट किए गए। जिनमें से 178 पूल पॉजिटीव मिले। अबतक आइसोलेशन में 2194 लोगों को और क्वारंटीन में 13178 लोगों को रखा गया है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सर्विलांस में 85 हजार 471 टीम लगी रहीं। इन टीमों ने 68 लाख 72 हजार 936 घरों का सर्वेक्षण किया। साथ ही 3 करोड़ 43 लाख 80 हजार 366 लोगों की जांच भी किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में काफी संख्या में प्रवासी कामगार व श्रमिकों की वापसी हुई है। सभी को होम क्वारंटीन में 21 दिनों तक रहने के लिए कहा गया है। होम क्वारंटीन में रहने वालों की जांच के लिए आशा वर्करों को भी तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि आशा वर्करों द्वारा अबतक 5 लाख 42 हजार 543 लोगों की जांच की गई है। जांच के दौरान 46 हजार 142 सैंपल लिए गए। सैंपलों की जांच के बाद 1230 लोग कोरोना से संक्रमित मिले। ऐसे लोगों की रिपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई कर रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम द्वारा 26 हजार 512 फोन कॉल किए गए। बातचीत के बाद लक्षणों के आधार पर इनमें से 401 लोगों को क्वारंटीन किया गया। जबकि 74 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। जिनमें से 42 उपचारित होकर घर चले गए हैं।